रविवार, 4 मार्च 2012

जीवन रहस्य की कुंजी:गुणसूत्र

स्वास्थ्य शब्दावली १ 






गुणसूत्र (chromosome - क्रोमोज़ोम )


आधुनिक जीव विज्ञान में हुई सबसे शानदार खोज गुणसूत्र का पता लगना  और समझना है. ये सूत्र/ डोर  के सामान  संरचनाएं हैं जो हर कोशिका की नाभि(nucleus ) में पाई   जाती हैं. जैसे  धागा अपने ऊपर ही उमठ  कर मोटा धागा बन जाता है और फिर उसे  खोलो तो लम्बी पतली डोर निकल आती  है - वैसे ही गुणसूत्र की रचना है. जीवन के सारे रहस्य इसमें   लिखे होते हैं - gene  जीन   के रूप में. गुणसूत्र यदि पुस्तक है तो जीन उसमे लिखे अलग अलग अद्ध्याय.
हमारा शरीर जैसा भी ही वैसा क्यों है इसका आधार ये गुणसूत्र ही हैं. हमारी हर कोशिका में गुणसूत्रों की एक नियत संख्या होती है - मानव कोशिकाओं में यह है २३ जोड़ी अर्थात कुल ४६.अगर इनकी संख्या किसी वजह से बदल जाय तो सारा कुछ गड़बड़ हो जाता है. इसका सबसे आम उदाहरण है "डाउन सिंड्रोम (Down  Syndrome ) "- जब इनकी संख्या ४६ की जगह ४७ हो जाती है - दरअसल २१ वें क्रम का गुणसूत्र जोड़ी की जगह तिकड़ी हो जाते हैं. परिणाम स्वरुप - इन बच्चों को शारीरिक और मानसिक विकास अलग सा होता है.

गुणसूत्र का एक काल्पनिक चित्र : यहाँ बस एक ही गुणसूत्र दिखाया गया है उसका जोड़ा नहीं. कोशिका के विभाजन के पूर्व गुणसूत्र   अपनी एक प्रतिकृति तैयार करता है जो अपने मूल के साथ जुड़ा होता है और इसीलिए यह ऐसा दीखता है. 

हर जोड़ी की एक प्रति माता से और दूसरी पिता से हमें हासिल होती है.और इसलिए शुक्राणु कोशिका(स्पर्म सेल) और अंडाणु कोशिका (Ovum) में ४६ की जगह २३ गुणसूत्र ही होते हैं. और इनके संगम से बने नए   जीवन में फिर   से सही संख्या ४६ हो जाती है.


मानव गुणसूत्रों को १ से २२ तक की संख्या का नाम दिया गया है जबकि २३ वां गुणसूत्र जिसे  लिंग गुणसूत्र sex  chromosme कहते हैं और वो दो तरह की होती हैं X  और Y  

इस जोड़े में अगर दो X  हुए तो आप मादा होते हैं और अगर X  Y  तो आप नर. बगैर  X  के जीवन संभव नहीं है. 

 एक जोड़ी के दोनों गुणसूत्र पर दरअसल समान "व्यंजनों"(गुणों) की ही "रेसिपी" लिखी होती है (सिवा XY  के) मगर उनमे थोडा सा फर्क हो सकता है- जैसे   किसी की "दाल"   में नमक ज्यादा   और किसी की दाल में कम; पर हैं तो दोनों दाल ही. परिणाम स्वरुप जो व्यंजन बनता है उसमे दोनों का मिला जुला असर आता है- जसे की बच्चे का रंग माँ और पिता के रंग का मिश्रण हो सकता है. हालाँकि  हकीकत इतना  सरल नहीं है.

यह पता करने के लिए की किसी के शरीर में इनकी संख्या सही है या नहीं -  एक प्रकार की खून की जांच की जाती है जिसे Karyotype  कहते हैं. भारत के बड़े शहरों में   यह जांच उपलब्ध है.     

1 टिप्पणी:

  1. जीव विज्ञान (Biology) प्राकृतिक विज्ञान की तीन विशाल शाखाओं में से एक है। यह विज्ञान जीव, जीवन और जीवन के प्रक्रियाओं के अध्ययन से सम्बन्धित है।

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